छोटी जोतों से बनी बड़ी रिश्तेदारी की पहल

छोटी जोतों से बनी बड़ी रिश्तेदारी की पहल

झारखंड के गुमला जिले के जरजट्टा गांव के सोमेश्वर भगत एक समय पर 10 रुपए के लिए भी मोहताज रहे, लेकिन अब उनके पास 500 रुपए रहते हैं…

सूरज की ऊर्जा से आ रहा है किसानों के जीवन में उजाला 

सूरज की ऊर्जा से आ रहा है किसानों के जीवन में उजाला 

झारखंड के गुमला जिले के जरजट्टा गांव के सोमेश्वर भगत एक समय पर 10 रुपए के लिए भी मोहताज रहे, लेकिन अब उनके पास 500 रुपए रहते हैं…

पोषण बाड़ी बनी स्वस्थ जीवन का आधार

पोषण बाड़ी बनी स्वस्थ जीवन का आधार

बात थोड़ी पुरानी है लगभग डेढ़ साल पुरानी है, काम के सिलसिले में मैं पन्ना के रानीपुर गांव में 12 सितंबर 2021 को गया था तो एक घर में एक छोटी सी…

मासिक धर्म — अनगिनत अंधविश्वास व पुरानी सोच से मुक्त होने की बारी

मासिक धर्म — अनगिनत अंधविश्वास व पुरानी सोच से मुक्त होने की बारी

मासिक धर्म एक ऐसा विषय है, जिसके ग्रामीण इलाकों में अनगिनत अंधविश्वास और पुरानी सोच जुड़ी हुई है। सामाजिक प्रतिबंध के कारण यहां ऐसे…

कुपोषण के दुष्चक्र से ऐसे निकालकर लाई रामकन्या

कुपोषण के दुष्चक्र से ऐसे निकालकर लाई रामकन्या

जो उम्र बच्चों के खेलने-पढ़ने की हो, उसमें अगर शादी कर दी जाए तो किसी घर की बहू बनी बालिका को कैसी परेशानियां उठानी पड़ती है यह पता…

कुपोषण के सामुदायिक प्रबंधन की राह दिखाता “ओबरी”

कुपोषण के सामुदायिक प्रबंधन की राह दिखाता “ओबरी”

रीवा जिले के जवा ब्लाक का सबसे आखिरी गाँव है ओबरी. पहाड़ियों और जंगलों के बीच स्थित इस आदिवासी बाहुल्य गाँव की ज़्यादातर जमीन असिंचित…

आगे आया समुदाय और खुद बना डाली स्कूल बाउंड्री 

आगे आया समुदाय और खुद बना डाली स्कूल बाउंड्री 

पोहरी ब्लॉक के पटपरी प्राथमिक स्कूल में बच्चे पढ़ने आते तो बहुत डर बना रहता है, क्योंकि स्कूल के पास से ही अहेरा रोड निकला है। रोड पर वाहनों…

समुदाय ने आंगनवाड़ी भवन को संवारा 

समुदाय ने आंगनवाड़ी भवन को संवारा 

सतना जिले के केलौहरा गांव के बड़ा तालाब गांव में आंगनवाड़ी भवन न होने के कारण पहले ये केंद्र गांव की माध्यमिक शाला के एक पुराने भवन में…

सामुदायिक प्रबंधन से कुपोषण से दो हाथ करता विरगढ़ा

सामुदायिक प्रबंधन से कुपोषण से दो हाथ करता विरगढ़ा

समाज के सभी संसाधनों का उचित उपयोग करके, लोगों, सरकार और संस्थाओं की पहल से कुपोषण जैसी स्थिति को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है…

फ्रन्‍टलाइन वर्कर को मिली सुरक्षा

फ्रन्‍टलाइन वर्कर को मिली सुरक्षा

कोविड महामारी की दूसरी लहर मे जहां लोग अपनी जान बचाने के लिए भागदौड़ कर रहे हैं वहीं आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जैसी फ्रंट लाइन वर्कर…

मुर्गीपालन से दूर हुआ सहरिया समुदाय का कुपोषण

मुर्गीपालन से दूर हुआ सहरिया समुदाय का कुपोषण

शिवपुरी जिले में सहरिया आदिवासियों की 11.27 प्रतिशत है। ये आदिवासी छोटी-छोटी बसाहटों में रहते हैं। समुदाय की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है…

सामुदायिक पहल से मिटा कुपोषण

सामुदायिक पहल से मिटा कुपोषण

मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के आकाशकोट क्षेत्र के गांवों में सामुदायिक स्तर पर मछली पालन किया जा रहा है। वर्षा आधारित एक फसली खेती के…